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न जाने कहाँ.. खो सी गयी!

संजो के रखा था कुछ पन्नों को,
पलट के देखा तो सिमटी हुई तस्वीर दिखी,
चली जो एक सांस मेरी, उठा एक बवंडर जाने कैसे,
धुआं उठा मेरी आँखों से, एक तस्वीर बनी सिमटी हुई सी...
सहसा न जाने कहाँ खो सी गयी,
आँसुओं की बारी जो आई...
घिसटते पाँव से अधरों पे गिरी,
सहसा...
न जाने खो सी गयी,
न जाने कहाँ... खो सी गयी !!!

...ऋतु की कलम से

Comments

  1. कल दूर पहाड़ी के उस पार कुछ काले बादल से दिखे थे,
    आज कुछ लोगों से सुना की वहां भयानक आग लगी थी,
    फिर सोंचा, वो काले बादल थे या तुम्हारी आँखों से निकला धुआं,
    जो आज फिर किसी और पहाड़ी के दूर छोर पे दिख रहे हैं

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  2. Thanks for sharing.. Didnt knw that u write so well.. Dil ko chu gayi ..

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  3. ऐसे ही लिखती रहो ...
    और इस कलम से लिखे पन्ने दूर दूर तक पहुचें

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  4. Amazing. Ur really talented and you really touched my heart.

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  5. kya yaar tum likhte ho y to malum tha par itna bhadya pata nai tha g8 yaar

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  6. hmm next gulzar in making:).......good going ritu:)

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  7. क्या लिखूँ जिससे आप reply दो .........

    कुछ जीत लिखू या हार लिखूँ

    या दिल का सारा प्यार लिखूँ ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰

    कुछ अपनो के ज़ाज़बात लिखू या सापनो की सौगात लिखूँ ॰॰॰॰॰॰

    मै खिलता सुरज आज लिखू या चेहरा चाँद गुलाब लिखूँ ॰॰॰॰॰॰

    वो डूबते सुरज को देखूँ या उगते फूल की सान्स लिखूँ

    वो पल मे बीते साल लिखू या सादियो लम्बी रात लिखूँ

    मै तुमको अपने पास लिखू या दूरी का ऐहसास लिखूँ

    मै अन्धे के दिन मै झाँकू या आँन्खो की मै रात लिखूँ

    मीरा की पायल को सुन लुँ या गौतम की मुस्कान लिखूँ

    बचपन मे बच्चौ से खेलूँ या जीवन की ढलती शाम लिखूँ

    सागर सा गहरा हो जाॐ या अम्बर का विस्तार लिखूँ

    वो पहली -पाहली प्यास लिखूँ या निश्छल पहला प्यार लिखूँ

    सावन कि बारिश मेँ भीगूँ या आन्खो की मै बरसात लिखूँ

    गीता का अॅजुन हो जाॐ या लकां रावन राम लिखूँ॰॰॰॰॰

    मै हिन्दू मुस्लिम हो जाॐ या बेबस ईन्सान लिखूँ॰॰॰॰॰

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  8. ur line recall me few line of Late Haribans Rai Bachchan..

    mai tumhara sneh, samwedan, samadar chahta hun...
    par nahi us daam par jo mangte tum...

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  9. wah ritu it's really amazing,multi talented ho yaar

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  10. आपकी भावनाएं बिलकुल कोमल हैं.....

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  11. simply awesome..... g8 yaar....keep it up

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  12. Loved this one. Indeed lovely writing and use of words. :) Maza aa gaya :)

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